हिंदी हमारी शान है-मधुमिता

Madhumita

हिंदी हमारी शान है

हिंदी हमारी शान है
भारत की पहचान है
हमारी प्यारी भाषा है
अपने भारत की आशा है
जन-जन की अभिलाषा है
यह तो जीवन की परिभाषा है

हिंदी हमारी शान है
भारत की पहचान है

14 सितंबर 1949 में यह राजभाषा राष्ट्रभाषा बनकर आई
100 में 77% लोगों ने हिंदी को अपनाई 
1950 में यह राष्ट्रभाषा बन अस्तित्व में आई
52 वर्णों की इस भाषा ने 146 विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई

हिंदी हमारी शान है
भारत की पहचान है

हमारी हिंदी की कहूँ क्या विशेषता
कोरोना काल में सारा विश्व एक दूजे को नमस्ते करता
सन 2000 में हिंदी का सबसे पहला वेब पोर्टल आता
94% की दर से आगे बढ़ रही हिंदी इंटरनेट पर छाई है
1977 में वाजपेयी जी ने संयुक्त राज्य सभा को भी हिंदी की पहचान कराई

हिंदी हमारी शान है
भारत की पहचान है

हिंदी में जैसे बोलना वैसे लिखना
जैसे लिखना वैसे बोलना
ऐसा किसी अन्य भाषा में हो, न,
करो संकल्प अब हिंदी में ही पढ़ना लिखना
हिंदी के संग ही जीवन में आगे बढ़ना

हिंदी हमारी शान है
भारत की पहचान है

हिंदी दिवस के दिन यह संकल्प हमारा है
हिंदी भाषा को सदा आगे बढ़ाना है
हिंदी में ही शिक्षा का प्रचार प्रसार करना और करवाना है
हिंदी का परचम सारे विश्व में फैलाना है

हिंदी हमारी शान है
भारत की पहचान है

जय भारत जय हिंद जय हिंदी

मधुमिता ✍️✍️✍️

मध्य विद्यालय सिमलिया
प्रखंड – बायसी
जिला – पूर्णिया (बिहार)

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