बाल दिवस- नवाब मंजूर

नेहरू जी का जन्म दिवस बना बाल दिवस! था उन्हें बच्चों से स्नेह और प्यार लुटाते थे उन पर करूणा अपार उनसे मिलना बातें करना उन्हें भाता था यदाकदा गोद…

नटखट बचपन के दिन-अपराजिता कुमारी

बेफिक्री, बेपरवाहीयों के वे दिन चंचलता, शैतानीयों, शरारतों डांट डपट झिड़कियों उलाहनों उटपटांग हरकतों से भरे दिन ढेरों मिठी मिठास से भरे तीखी, खट्टी, चटपटी, चुलबुली कभी मखमली कभी कड़वी…

कुदरत का कहर- जय कृष्णा पासवान

कुदरत किया कहर वर्षाया, प्रकृति संपदा बचाने को । “स्वच्छ मन पावन रिश्ता” निर्मल गंगा बहाने को ।। पाप की पुंजी भर गया, मानवता केअस्तित्व मिटाने को । “हवा का…

बालदिवस -दीपा वर्मा

चाचा नेहरू का जन्मदिन आया, संग अपने बालदिवस लाया। चाचा को था बच्चों से प्यार, खूब बांटते थे प्यार-दुलार। पंडित जवाहरलाल से चाचा नेहरू कहलाए। बड़े-बच्चे सबके मन भाए। पहले…

बैगलेस हुआ शनिवार -नवाब मंजूर

प्रत्येक शनिवार को अब से हम बिन बस्ते के स्कूल आएंगे फिर भी ज्ञान भरपूर पाएंगे मस्ती मस्ती में ही बहुत कुछ सीख जाएंगे! गिनती पहाड़ा एबीसीडी नई नई गतिविधि…

काश वो बचपन लौट आए -संजय कुमार

काश,वो बचपन लौट आये, वो बचपन की भोली शरारत। वो बादलों को छूने की चाहत, तितलियों के पीछे भागना सपनों की दुनिया में जागना। वो नन्ही परियों की कहानी। अपनी…

बैगलेस सुरक्षित शनिवार -प्रीति कुमारी

हम सबों का सपना हो रहा साकार, ढेरों खुशियां लेकर आया, बैगलेस सुरक्षित शनिवार । नाचेंगे गाएंगे,खेलेंगे कुदेंगे, मस्ती करेंगे दिन- भर, खेल खेल में शिक्षा पाकर आगे बढेंगे हर…

उन्मुक्त गगन उन्मुक्त शिक्षा – नवाब मंजूर

उन्मुक्त गगन उन्मुक्त शिक्षा प्रत्येक शनिवार को अब से हम बिन बस्ते के स्कूल आएंगे फिर भी ज्ञान भरपूर पाएंगे मस्ती मस्ती में ही बहुत कुछ सीख जाएंगे! गिनती पहाड़ा…