मेरे जन्म से पापा क्यों डरते हो, मुख अपना मलिन क्यों करते हो? बेटी हूँ कोई अभिशाप नहीं, फिर मन को बोझिल क्यों करते हो? इस बात को पापा भूल…
और हम छूट गए-चंचला तिवारी
और हम छूट गए तुम चले गए पर हम छूट गए। वक्त बीत गया पर हम छूट गए। सुनी पड़ी आँखों से, भरे हुए दिल से, तुम्हे बिदा किया पर…
ख्वाब-श्री विमल कुमार
वो ख्वाब था एक सपना था एक हकीकत था एक यादगार था। एक तेज आंधी आयी तूफान की झोंका आयी जीवन के सपनों को मरोड़ गयी सपना चकनाचूर हो गयी।…
श्रद्धा सुमन-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
तिनका तिनका जोड़ कर टी ओ वी सा महल बनाया। अपने शब्द,स्नेह और ज्ञान से शिक्षकों ने इसे सजाया।। नाम, चेहरा, कर्म से हम एक- दूसरे से थे अनजान। विवेक,…
खौफ-सीमा संगसार
झांकती हुई दो सूनी आंखों में खौफ नहीं जीवन जी लेने की तत्परता है दोनों कानों पर झूलता हुआ बित्ते भर का कपड़ा कफन की तरह पसरा हुआ है इन…
अपना भेज के अंतिम संदेश-रमेश कुमार मिश्र
अपना भेज के अंतिम संदेश,छोड़ के अपना देश, परदेश तुम चले गए,परदेश क्यों चले गए बदल के अपना भेष,खुश रहने का दे संदेश,कहो न क्यों चले गए,कहो ना क्यों छोड़…
TEACHER-नीतू रानी
विजय सर आप क्यूँ चले गए। आप क्यूंँ चले गए कौन संभालेगा पद्यपंकज का कार्य रो रहा आपके लिए टी ओ बी परिवार आप क्यूँ चले गए। आप थे मृदु…
शिक्षक की चाह-अपराजिता कुमारी
मैं शिक्षक हूंँ, हाँ मैं शिक्षक हूंँ मैंने चाहा शिष्यों को शिखर तक ले जाने वाला बनूं, मैंने चाहा अपने मन में क्षमा की भावना रखूं, कमियां दूर कर उनमे…
ज्ञान के भण्डार हैं शिक्षक-एम० एस० हुसैन कैमूरी
शिक्षा के सूत्रधार हैं शिक्षक ज्ञान के भण्डार हैं शिक्षक हैं सदैव सृजनकर्ता बुद्धि के निज राष्ट्र के आधार है शिक्षक सदा ही ज्ञान का चक्षु खोलकर करते ज्ञान की…
शिक्षक दिवस-गिरिधर कुमार
स्वागत है शिक्षक दिवस का, शाश्वत और सत्य पथ का, आलोक का वह श्रोत है, सरल सहज विनीत है, गरिमामयी, अविचल,अडिग, वह संकल्प प्रणीत है। निज भाव से विरक्त वह,…