श्रद्धा सुमन-जैनेन्द्र प्रसाद रवि

तिनका तिनका जोड़ कर टी ओ वी सा महल बनाया। अपने शब्द,स्नेह और ज्ञान से शिक्षकों ने इसे सजाया।। नाम, चेहरा, कर्म से हम एक- दूसरे से थे अनजान। विवेक,…

खौफ-सीमा संगसार

झांकती हुई दो सूनी आंखों में खौफ नहीं जीवन जी लेने की तत्परता है दोनों कानों पर झूलता हुआ बित्ते भर का कपड़ा कफन की तरह पसरा हुआ है इन…

अपना भेज के अंतिम संदेश-रमेश कुमार मिश्र

अपना भेज के अंतिम संदेश,छोड़ के अपना देश, परदेश तुम चले गए,परदेश क्यों चले गए बदल के अपना भेष,खुश रहने का दे संदेश,कहो न क्यों चले गए,कहो ना क्यों छोड़…

TEACHER-नीतू रानी

विजय सर आप क्यूँ चले गए। आप क्यूंँ चले गए कौन संभालेगा पद्यपंकज का कार्य रो रहा आपके लिए टी ओ बी परिवार आप क्यूँ चले गए। आप थे मृदु…

ज्ञान के भण्डार हैं शिक्षक-एम० एस० हुसैन कैमूरी

शिक्षा के सूत्रधार हैं शिक्षक ज्ञान के भण्डार हैं शिक्षक हैं सदैव सृजनकर्ता बुद्धि के निज राष्ट्र के आधार है शिक्षक सदा ही ज्ञान का चक्षु खोलकर करते ज्ञान की…