बकरी का बच्चा-नीतू रानी

बकरी का बच्चा नदी किनारे बकरी का बच्चा चरने निकला घास, अगल -बगल से आ रही थी कुछ कुत्तों की आवाज। आवाज सुनकर बकरी का बच्चा दौड़कर गया मम्मी के…

जय शिव – रूचिका

जय शिव नीलकंठ, महादेव, भोलेनाथ, त्रिपुरारी बीच मँझधार हम पड़े बाधा हरो हमारी, तुम चन्द्रशेखर,शिव शंभु भोलेनाथ हो, तेरे ही महिमा से संकट जाये सब टारी। तुम आदि हो ,अनंत…

जय त्रिपुरारी – कुमकुम कुमारी

जय त्रिपुरारी सुन लो विनय हमारी, हे उमापति त्रिपुरारी। मैं आई शरण तुम्हारी प्रभु दूर करो अंधियारी। अँखिया मेरी है प्यासी, तेरे दर्शन की अभिलाषी। हे गिरिजापति कैलाशी, अब दर्शन…

चार कबूतर-नीतू रानी

चार कबूतर छत पर चार कबूतर आए पापा ने छत पर दाना गिराए, चुनने लगे कबूतर दाने फिर नीचे आए पानी पीने। एक कबूतर का पैर था टूटा मुन्ना लाया…

हौसला – कुमकुम कुमारी

हौसला देखो आँसू न बहाना, तुम हरदम मुस्कुराना। चाहे लाख तूफाँ आए, कदम पीछे न हटाना।। सदा आगे बढ़ते जाना, देख बाधा न घबराना। अपनी मंजिल पाने को, तुम तूफाँ…

ममता की दुलारी – भोला प्रसाद शर्मा

ममता की दुलारी अजब तेरी मुस्कान थी, चेहरा भी कमाल था। थी पापा की परी, पर उम्र बारह ही साल था। चेहरे पर ओज-तेज सा, प्रत्यक्ष खिलता गुलाल था। गम…