जन चेतना-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”

जन चेतना चलें साथियों हम सब मिलकर जनहित को समर्पित काम करें कदम बढ़ाएं देशहित के खातिर ऐसा ही कुछ प्रण अनुष्ठान करें। कुछ पल की है ये सुहानी जिंदगी…

बचपन-रूचिका राय

बचपन बचपन का वो मासूम जमाना, माँ पापा का गोद था ठिकाना, नही फिकर नही कोई चिंता, हर गम से दिल था अनजाना। वो बात बेबात रूठना मनाना, शोरकर घर…

शरद ऋतु-ब्यूटी कुमारी

शरद ऋतु वर्षा गई शरद ऋतु आई फुले काश धरा मुस्काई। प्रकृति की सौंदर्य बड़ी निराली शरद पूर्णिमा को सोलह कलाओं वाली चंद्रमा आई। अवनी पर अमृत वर्षा की वर्षा…

पेड़ पौधे हैं जरुरी-सुरेश कुमार गौरव

पेड़ पौधे हैं जरुरी  धरती पर पेड़-पौधे को हमेशा ही उगाईए जीवन पारिस्थितिक तंत्र को भी बचाईए ! 🌲 देते फल-फूल, औषधि, जरुरी जड़ी-बूटियां आक्सीजन देती है इसे अपना मित्र…

चाचा नेहरू-विवेक कुमार

चाचा नेहरू निश्छल निर्मल स्वर्ण धरा पर, कोमल संग मुस्कान लिए, कच्ची मिट्टी सा मन है जिसका, भविष्य जिसके भाल है, नव निर्माण का जो आधार, जिसके मन भांप बजाते…

बाल दिवस-ब्यूटी कुमारी

बाल दिवस तिथि नवंबर चौदह आता है हर साल चाचा नेहरू का जन्मदिन कहलाता दिवस बाल। दिल के भोले मृदु मुस्कान कोमल पंखुड़ियों वाला भाता उनको फूल गुलाब। करते थे…

स्व कर्तव्य-विजय सिंह नीलकण्ठ 

स्व कर्तव्य जिसने हमें पहचान दिया  उसके प्रति वफादार रहें  दिनोंदिन उन्नति होगी  कटु सत्य को याद रखें। क्या मात पिता को छोड़ जगत में  दूजों को अपनाते हैं  दूजे…

पढ़ना है अधिकार मेरा-भोला प्रसाद शर्मा

पढ़ना है अधिकार मेरा जब निकली मैं बस्ता लेके रिंकी मुनियाँ रास्ता रोके क्यूँ तुम पढ़ना चाहती हो जरा मुझे भी कहते जा। पढ़ने से क्या होता लाभ जरा मुझे…