नव बसंत बीत गए दिन पतझड़ के अब नव बसंत फिर से आया, खुशियों से भर आई आँखें जीवन का कण-कण मुस्काया। वृक्षों के पल्लव हरे हुए मधुवन है फिर…
परोपकार-ब्यूटी कुमारी
परोपकार वह मानव जीवन व्यर्थ गया, जो किया कभी उपकार नहीं। जो मानव, मानव के काम आए, उसका जीवन सफल हो जाए। स्वयं के लिए जीवन जीना, तो पशुता कहलाता…
बेटी पर मुझको नाज़ है-धीरज कुमार
बेटी पर मुझको नाज़ है मेरी बेटी मेरे सर का ताज है गर्व है मुझे खुद पर की, एक बेटी के हम बाप है। जबसे मेरे घर आई बेटी मेरी…
बेटी-संध्या
बेटी बेटी मेरी प्यारी-सी, अनमोल और न्यारी-सी। मेरी चाहत मेरा प्यार, बेटी मेरी, मेरा अभिमान। बड़े भाग मेरे जो वो मेरे जीवन मे आई, भाग्य बदल गया सौभाग्य में। जब…
बाबा-प्रियंका दुबे
बाबा बचपन मे फिर लौटा दो ना बाबा, अपनी पुरानी साइकिल पर फिर से बैठा दो ना बाबा, मेरी हर जिद को सर आँखों में फिर से बिठला दो ना…
हे माँ शारदे हे माँ शारदे-माला त्रिपाठी मालांशी
हे माँ शारदे हे माँ शारदे करें साधना हम विजय वृति दो माँ। करें वंदना हम विनय दृष्टि दो माँ तिमिर को मिटायें ज्योति हम जगाएँ, हृदय हो आलोकित यही…
हिन्दी से प्रेम कर-मनु कुमारी
हिन्दी से प्रेम कर बिन्दी से सुन्दर लगे, ज्यों नारी का रूप हिंदी से मनहर लगे, भारत भाल स्वरूप।। मानवता की माँ कहूँ, सहज स्नेह की खान। हिंदी का इस…
बेटी पर है नाज-विवेक कुमार
बेटी पर है नाज बेटी पर है नाज, बेटी ही विश्वास, बेटी घर की साज, करती है सब काज, दो कुलों को संवारती है बेटी, पापा की पाग सजाती है…
अशोक कुमार-बेटियां
बेटियां बेटा बेटी में कोई फर्क नहीं, उनका जीवन है एक समान। उन्हें एक अवसर दे करके तो देखो, बेटा से कम नहीं है बिटिया जहान।। बाल विवाह पर रोक…
प्यारी बिटिया-ब्यूटी कुमारी
प्यारी बिटिया बिटिया है घर घर की शान करो नहीं इसका अपमान। चंदा सी उजियारी बिटिया फूलों सी है प्यारी बिटिया। अब बिटिया भरेगी उड़ान करो नहीं इसका अपमान। घर…