आ रही रवि की सवारी आ रही रवि की सवारी जाग गई है दुनियां सारी गूँज रही विहगों की किलकारी…
दोस्ती सद्भाव प्रेम का नाता है-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
दोस्ती सद्भाव प्रेम का नाता है जो मुसीबतों में साथ खड़ा रहे वही सच्चा साथी कहलाता है सुख-दुःख के तो हैं साथी हम वह ऐसा परिचय बतलाता है। दोस्ती की…
चिड़िया की सीख-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
चिड़िया की सीख सुबह सुबह को छत पर मेरे, एक छोटी चिड़िया आती है। रोज फुदक कर दाना चुगती, जीवन का पाठ पढ़ाती है।। जीवन में संघर्ष बहुत है, हार…
गिरकर उठना सीख लें-लवली वर्मा
गिरकर उठना सीख ले मुसीबतों की दौड़ में, तू मुस्कुराना सीख ले। बेशक मिले ठोकरे तुझे, गिरकर उठना सीख ले। गिरकर उठना सीख ले।। मार्ग तेरे हैं कठिन, जीत पर…
तितली उड़ी-ब्यूटी कुमारी
तितली उड़ी तितली उड़ी बनके परी बच्चों की टोली पीछे पड़ी। रंग बिरंगी पंखों वाली तितली है बड़ी मतवाली। फूलों पर मंडराती है मीठा-मीठा रस पीकर उड़ जाती है। गुनगुन…
पानी से जिंदगानी-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
पानी से जिंदगानी वर्षा से जीवन मिलता है, खेतों को हरियाली, हरे भरे पेड़ों की प्रकृति करती रखवाली। पानी की बुंदे है बहुत किमती, यही सच्चा सोना, इसी से आबाद…
परम सत्ता पर विश्वास हो-दिलीप कुमार गुप्त
ko परम सत्ता पर विश्वास हो चिंता की परिधि से हो पृथक सदचिंतन का विस्तार हो मलिन कराल ताप तिमिर से धवल शशि का दीदार हो। लौकिकता के अंतहीन क्षितिज…
आज और अभी की कविता-गिरिधर कुमार
कविता ! कहाँ हो तुम, उदासियों की परत में दबी, यह कैसी आवाज है तुम्हारी, कराहने की, जैसे कोई सीसा सा चुभ गया हो, और सुंदर कल्पनायें निचुड़ सी गयी…
चलो पढ़ें हम-भोला प्रसाद शर्मा
चलो पढ़ें हम नाम कोरोना का सुन अब तुम न घबराना रे—- चलो पढ़ें हम–चलो पढ़ें हम दूरी बना कर मास्क लगाकर पढ़ने जाना रे—- चलो पढ़ें हम–चलो पढ़ें हम…
विद्यालय का पहला दिन-बीनू मिश्रा
विद्यालय का पहला दिन पथ निहारते आंखें थक गई मेरी मेरा लाल आज पहली बार स्वयं गया है पाठशाला पढ़ने को एक सी वेशभूषा में बच्चों के झुंड को देख…