कुछ कर गुजरने की हसरत अभी बाकी है ऊपर वाले ने कुछ सोच कर, हमें बनाया होगा, नाक नक्श संग संस्कारों का, साज सजाया होगा, मिट्टी के पुतलो में रंगों…
अन्तिम यात्रा-सुरेश कुमार गौरव
अन्तिम यात्रा इस भूलोक का कटु व चरम सत्य श्मशान ! यानी अन्तिम यात्रा कर्मभूमि, जन्मभूमि और रणभूमि पर कार्य समापन यानी अन्तिम यात्रा। चाहे काल कवलित हो या आंधी-तूफां…
तितली रानी-दिलीप कुमार गुप्त
तितली रानी प्यारी सी नन्ही सी सतरंगी पंखों से सजीली फूलों पर मंडराने वाली प्यारी सी तू तितली रानी। भोली सी सलोनी सी धवल हिय की सहेली बगिया की सैर…
बिहार की गौरव गाथा-भवानंद सिंह
बिहार की गौरव गाथा आओ सुनाएँ गौरव गाथा है ये अपना बिहार की कथा, गौरवशाली इतिहास है इनका बिहारी कहलाना सम्मान है सबका। गौरवशाली अतीत है इसका वर्तमान भी बहुत…
तिरंगा-भोला प्रसाद शर्मा
तिरंगा आन में उसकी शान में उसकी, हाँ! प्राण मुझे लुटाना है। कसम है भारत माता की सदा यूँ तिरंगा लहराना है। हो चाहे कोई कौम फ़िरंगी, हो चाहे या…
आकार के आधार पर पौधे के प्रकार-बीनू मिश्रा
आकार के आधार पर पौधे के प्रकार पौधों को आकार के आधार पर, जो बांटा जाए, तीन प्रकार का यह बन जाए, आओ किस पौधे का आकार कैसा इसको समझाएं।…
मेरा गांव मेरा घर-जितेन्द्र कुमार
मेरा गांव मेरा घर वहां बीता मेरा बचपन जहां है मेरी यादें दफन बरगद का पेड़ और जामुन का गाछ आम की गुठली वो मीठी निबौरी वो कबड्डी वो बकरडिलो…
कविता का स्वरूप-बिपिन कुमार चौधरी
कविता का स्वरूप सभी विद्वानों के विचारों का अंतिम सार, कविता कवि के भावनाओं का उदगार, मुख्य रूप से इनके तीन प्रकार, महाकाव्य, खंडकाव्य, मुक्तक काव्य, कविता के सौंदर्य का…
दुधिया चश्मा-मो० नसीम रेजा
दुधिया चश्मा जब गुंचा-ए–गुल मां के आँगन में जो खिल आता है, उल्फत की धरती से चश्मा भी उबल आता है। सींचा खुं से, दूध से फिर सींचा गुल जाता…
ईश्वरीय वरदान स्तनपान-अभिषेक कुमार
ईश्वरीय वरदान स्तनपान स्तनपान कार्य है यह महान, जो समझे और माने वही है ज्ञानी महान। बच्चों के जीवन के लिए है यह वरदान, माताओं के लिए भी है यह…