गंगा मोक्षदायिनी गंगा सर्वस्व समाहित कर जगत को निरंतर करती दुलार मां समान। कल्याणकारी गंगा इक बूंद से तृप्ति हो ऐसी ज्यों बुझी तृष्णा अनंत जन्मों की। पतितपावनी गंगा…
गंतव्य-प्रियंका दुबे
गंतव्य जीवन की यात्रा पर गतिशील है कदम, नहीं ज्ञातव्य यथार्थता, नहीं ज्ञातव्य औचित्य, नहीं है स्पष्ट रास्ते, नहीं जानते गंतव्य, कौन सा पथ है उनका कौन सही है पथिक,…
गुरु गुरु कहिए-मनु कुमारी
गुरु गुरु कहिए प्रात काल उठि गुरु-गुरु कहिए! गुरु पुरे का नाम सुमरि के, मन को वश में करिये। यह मन तो है बड़ा खुरफंद, बाहर भागे, रहे स्वच्छंद। प्रत्याहार…
सावन में झूला-मधु कुमारी
सावन में झूला आओ बच्चों मिलकर खेलें सावन में हम झूला झूलें खूब करें मस्ती-आनन्द मजे बचपन के अनूठे ले लें सावन में हम झूला झूलें। बरखा भी आई…
दर्द-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
दर्द दर्द अनोखा खूब होता है पड़ता है जब लोगों पर तनिक भी भान नहीं होता जब ठेस पहुंचाते औरों पर। पशु और पक्षी भी तो हैं प्राणी जो दर-दर…
सुनो बेटियों खूब कमाना-बबीता चौरसिया
सुनो बेटियों खूब कमाना मार सके न कोई ताना सुनो बेटियों खूब कमाना। गहना चूडी बिंदी लाना खुद से खुद का जीवन सजाना अपनी मर्जी खूब चलाना सुनो ओ बेटियों…
राम कथा-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
चौपाई (राम कथा) कमल नयन हरि के अवतारे। त्रेतायुग में अवध पधारे।। सुंदर सुकोमल रूप न्यारा। देख हुआ पावन जग सारा।। अपने संग अनुज को लाए। नृप दशरथ के मान…
आर्तवाणी से पुकारा-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
आर्तवाणी से पुकारा मेरे मोहन इन चरणों की अब तो दे दो सहारा। बिना मांझी यह जीवन नैया कैसे लगे किनारा।। जड़ चेतन सब तेरी माया, कण-कण में तू है…
सपने सच होंगें-लवली वर्मा
सपने सच होंगें सपने भी सच होंगे बस हिम्मत करनी होगी मंजिल भी मिलेगी कोशिशें तो करनी होंगी। न हार मानना तुम देख कर इन कठिनाईयों को जीवन एक जंग…
पैबन्द लगी कविता-गिरिधर कुमार
हजार पैबन्द लगी चिथड़े चिथड़े से बुनी बनी टुकड़ों में बुदबुदाती कविता… रास्ते के उदास मील के पत्थर की तरह अगले शहर की दूरी भर बतलाती भावशून्य हो गयी…