दोहावली ज्ञान और अनुभव बिना, लगे कठिन सब काज। मेहनत वो बेकार सा, नहीं अगर ये साज़।१। शिखर सफलता के चढ़ो, मत खोना तुम आस। पर पीछे मुड़ देखना, अपने…
चिड़िया की आंख-सुधीर कुमार
चिड़िया की आंख कौरव और पांडव थे, चचेरे भाई जाने जाते। द्रोणाचार्य थे गुरु सबके, जो राज गुरु कहलाते। कौरव और पांडव को वे, सिखलाते धनुष चलाना। उनका था उद्देश्य…
अपना गांव तथा बचपन–शुकदेव पाठक
अपना गांव तथा बचपन अपना गांव लगता बड़ा प्यारा गुजरा यहां है बचपन हमारा गांव के अपने चाचा–ताऊ खुश होते देख भाई–भाऊ। गांव का वातावरण होता ऐसा रहते साथ…
लक्ष्य-रूचिका
लक्ष्य लक्ष्य जीवन का सदा एक बनाइये, अपने लक्ष्य की पूर्ति में जुट जाइये। मेहनत कभी जाया नही जाता बच्चों, मेहनत को ही अपनी आदत बनाइये। रोज के अभ्यास से…
हम अबला नहीं सबला हैं-रीना कुमारी
हम अबला नहीं सबला हैं सभ्यता है हमारी पहचान, संस्कृति में रहना अपनी शान। यही जीवन जीने की कला है, हम अबला नहीं सबला हैं। मन में जीतने की सदा…
कोरोना-स्मृति कुमारी
कोरोना कोरोना ने कहर बरपाया है, चारो ओर अंधेरा छाया है। गॉंव मुहल्ला देश विदेश इसने जाल बिछाया है।। कोरोना ने कहर बरपाया है चारो तरफ अंधेरा छाया है। कैसी…
वीर जवान सरहद पर जाते-डॉ. स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या ‘
वीर जवान सरहद पर जाते तन मन जगमग हो जाता है, नमन कोटिशः सब मिल गाते। मातृभूमि पर मर मिटने को, वीर जवान सरहद पर जाते। बूढ़ी माँ के आँचल…
School on mobile से फर्क पड़ता है-धीरज कुमार
School on mobile से फर्क पड़ता है जरा सोचिए जब कुछ अच्छा हम करते है तो उसका जीवन पर फर्क पड़ता है। टीचर्स ऑफ बिहार की हर नई पहल का…
है आस होंगे पास-विवेक कुमार
है आस होंगे पास संकट का मंजर है आया परेशान है सबको कर पाया कोरोना का है ये छाया सबको है घबड़ाया प्राण घातक है बन गया पर है आस…
सोचो कैसे बच पाओगे-विजय सिंह नीलकण्ठ
सोचो कैसे बच पाओगे हर ओर गंदगी फैली है पर्यावरण हो गई मैली है क्या करेगा पौधा बेचारा गंदगी देख थककर हारा। न जल की निकासी दिखे कहीं घर के…