यक्ष प्रश्न-गिरिधर कुमार

यक्ष प्रश्न पूछे जाते रहे हैं सवाल कभी हमसे तुमसे युधिष्ठिर से परम्परा रही है यह नियति की उत्तर ढूंढ़ना होता है कभी हमें कभी तुम्हें कभी युधिष्ठिर को यह…

वसुंधरा-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

वसुंधरा वसुंधरा सदा पावन बने बहे हृदय ऐसा विचार। हरी-भरी नित इसे बनाकर करें हम जीवन साकार।। इस धरा पर शस्य जब उगते मिलती हैं खुशियाँ अपार। रखें नहीं कलुषित…

युवा शक्ति-बीनू मिश्रा

युवा शक्ति गुमनाम सा जीवन कब, यौवन को हुआ स्वीकार, नवयौवन तो है ऋतुराज बसंत, जीवन का श्रृंगार। जब भी युवा शक्ति किया प्रदर्शन, नवयुग का निर्माण हुआ, नव यौवन…

मां शेरावाली-अशोक कुमार

मां शेरावाली तेरे द्वार पर आया, मां शेरावालिये। मेरी बिगड़ी बना दे, मां ज्योतावालिये।। आएं तेरे धाम माता, पैरों से चला नहीं जाता। मुझ में तुम शक्ति भर दे, काया…