मॉं-प्रियंका कुमारी

मॉं छोटे-छोटे कदमों से चलना तू हमें सिखलाती, खुद पीछे रहकर, आगे हमें बढ़ाती, जब मैं छोटी थी तब तू बिस्तर पर अकेली छोड़ जाती, तुझे आसपास न देखकर, मैं…

हर जंग जीते हैं जीतेंगे इसे-संजीव प्रियदर्शी

हर जंग जीते हैं जीतेंगे इसे वक्त के मिजाज को यूं भांप रखो घर से बाहर‌ चेहरा ढांक रखो। अभी साथ-साथ रहना ठीक नहीं हर वक्त दो गज दूरी माप…

पेड़ लगाएं-नूतन कुमारी

पेड़ लगाएं आओ मिलकर पेड़ लगाएं बीमारी को दूर भगाएँ, नित दिन करें हम इसका भान, तभी है संभव जगत कल्याण। अगर पेड़ तुम काटोगे तो आक्सीजन कहाँ से पाओगे,…

नन्हीं गौरैया-नरेश कुमार “निराला”

नन्हीं गौरैया भूरे रंग की कुछ गौरैया हमारे घर में रहती है, सुबह-सवेरे उठकर वो चीं-चीं चूँ-चूँ करती है। उसकी मधुर आवाज सुन बिस्तर छोड़ उठ जाता हूँ, फुदक रही…

तिरंगा-मनु कुमारी

तिरंगा तीन रंगों का अपना झंडा नाम है इसका प्यारा “तिरंगा” तीन रंगों का है गुण विशेष इन गुणों को धरें हम रखें न द्वेष। केशरिया बल भरने वाला, दुश्मनों…