रिश्ता कभी सन्नाटे सा ख़ामोश कभी शोर मचाता ढ़ोल सा.. कभी कुसुमों का स्तवक कभी खिलता बसंत सा.. कभी मासूमियत से भरी कभी अनुरंजित हैं दम्भ सा.. कभी देता…
हमारा जीवन-पंकज कुमार
हमारा जीवन जब हम होते छोटे घरों में लगता था जैसे कैद थे हम, बाहर की दुनिया देखी तो घर तो बिल्कुल मंदिर जैसा। जब हम रहते छोटे गांवो में…
अटल विहारी वाजपेयी-रीना कुमारी
अटल विहारी वाजपेयी भारत के प्रधान मंत्री आप थे अटल, जिन्हें करते है हम नमण। भारत भाग्य विधाता आप थे। जो लाये देश में शांति और अमन। तेरी ख्याति…
माँ मुझको भी पढ़ने दो ना-विजय सिंह नीलकण्ठ
माँ मुझको भी पढ़ने दो ना माँ मुझको भी पढ़ने दो ना बहुत हो चुका काम खेत में नौ बजता दिख रहा घड़ी में स्कूल समय से जाने दो ना …
तितली-प्रीति कुमारी
तितली रंग बिरंगी आई तितली सबके मन को भाई तितली, सुन्दर-सुन्दर पंखों वाली ढेरों खुशियाँ लाई तितली । लाल पीली हरी नीली भूरी भूरी काली काली छोटी-छोटी आँखों वाली मनमोहक…
परिवार-प्रकाश प्रभात
परिवार जिसकी नीति व नज़रिया होगी खराब ! वो परिवार और दुनियाँ से होगा दुराज़ !! देखें परिवार में हुआ क्या, कल और आज, आखिर बच्चे ही तो हैं इसके…
यह एहसास कर-नरेश कुमार निराला
यह एहसास कर माता-पिता, गुरूजनों की आशीष से जगत में सब इम्तिहान पास कर, प्रकृति परमेश्वर की है असीम कृपा ध्यान साधनाओं से यह एहसास कर। लक्ष्य निर्धारित कर आगे…
अटल बिहारी वाजपेयी-नूतन कुमारी
बिहारी वाजपेयी स्वतंत्र भारत के दसवें प्रधानमंत्री वो थे, नाम था जिनका, अटल बिहारी वाजपेयी, हिंदी कवि, पत्रकार व प्रखर वक्ता भी थे, उनकी शख्सियत से लुभायी दुनिया सारी। आजीवन…
बचपन-मधु कुमारी
बचपन सच्चे सपनों का गुलशन प्यारा प्यारा होता है बचपन नन्हें नन्हें पंखों से भरती खुले आसमानों में ऊंची उड़ान छल कपट से दूर कोंपल मन ऐसा प्यारा होता है…
भारतीय रेल और मेरी वाराणसी की यात्रा- मनोज कुमार दुबे
भारतीय रेल और मेरी वाराणसी की यात्रा ये रेल भी यार मजेदार होती है मानो तो पूरा हिंदुस्तान होती है ! एक बार बलिया से शुरू हुई मेरी यात्रा भाई…