माँ मैं तेरी बेटी हूँ माँ! मैं तेरी बेटी हूँ, तेरे खून का कतरा हूँ मत बनने दे मुझे किस्सा तू बस आने दे जग में मुझको तू खुली हवा…
माँ मुझको अब पढ़ना है-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव
माँ मुझको अब पढ़ना है माँ मुझको अब पढ़ना है सबसे आगे बढ़ना है, देखा था जो तुमने सपना उसको पूरा करना है। अंतर करेगी दुनियाँ कैसे जैसा “बेटा” “बेटी”…
सर्दी की शरारत-अपराजिता कुमारी
सर्दी की शरारत 💨कोहरे का लिहाफ ओढे ठिठुराती कपकपाती, कनकनाती सर्दी 🌤️सूरज को आगोश में छुपाती धरती को ठंड की चादर ओढाती सर्दी ⛅दिन सिकुडाती, रात ठिठुराती सर्द हवाओं के…
मानव तन-विजय सिंह नीलकण्ठ
मानव तन मानव तन होता है नश्वर जिसे बनाया सबके ईश्वर काली मंदिर है दक्षिणेश्वर सबसे ऊपर हैं परमेश्वर। करें इसका सब सदुपयोग न करना है दुरुपयोग सदुपयोग से स्वास्थ्य…
जनसंख्या-संयुक्ता कुमारी
जनसंख्या जागो मानव जागो …. करो परिवार सीमित सभी। नहीं तो सभ्य समाज न बना पाएँगे, खो देंगे हम चैन अपनी। बड़ी विस्फोटक है यह समस्या, बेरोजगारी और बढ़ेगी। जागो…
विद्यालयीय दिनचर्या-शुकदेव पाठक
विद्यालयीय दिनचर्या शिक्षक हमारे स्कूल हैं आते हम बच्चों को खूब पढ़ाते सभी बच्चों का रखते ध्यान गुरुदेव हमारे हैं महान। कभी विज्ञान, कभी गणित कभी सोशल, व्यवहारिक रीत कभी…
संगत-रानी कुमारी
संगत भावपूर्ण शब्दों के संगत से रचता है गीत। सुर, ताल और लय के संगत से सजे मधुर संगीत। खाली दीया का भाई मोल नहीं कुछ खास। तेल-बाती के संगत…
भारतीय किसान-रीना कुमारी
भारतीय किसान देखो ये हैं भारतीय किसान, जो करते खेतों में दिन भर काम, नहीं कभी भी है इन्हें आराम, देश का करे ये रौशन नाम, इनकी है एक अलग…
किसानों के कार्य-प्रमोद कुमार
किसानों के कार्य किसानों का कार्य भी समझ में आएगा, एक बार फसल उगाकर तो देखो। कभी तप्ती गर्मी के धूप में तो कभी ठंड भरी शीतलहर के जाड़े में,…
सृष्टि रानी-प्रकाश प्रभात
सृष्टि रानी सृष्टि रानी बहुत छोटी है, पढ़ने को स्कूल जाती है। सृष्टि रानी बड़ी सयानी, बच्ची कम लगती है नानी। बिना नाम लिखाए भी, होमवर्क तैयार करती है। तनिक…