🙏ऊँ कृष्णाय नमः🙏 विधा-मनहरण (विघ्नेश बुलाइए) संसार में है अंधेरा, चहुंदिशा में बखेरा, निकले हैं समाधान,दीप को जलाइए। हिया बसे मन मोरा, प्रदर्श दिखे हैं गोरा, अवसर है पावन,प्रीत को…
आई दिवाली खुशियों वाली – विवेक कुमार
देखो पावन दिवस है आया, तन मन में उमंग है छाया, बच्चे बूढ़े या हो जवान, सबके जिव्हा एक ही नाम, मनभावन रौशन वाली, तम को दूर भगाने वाली, आई…
दिवाली का त्यौहार – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
उत्साह उमंग संग दूधिया प्रकाश पर्व, साल भर बाद आता दीपावली का त्यौहार। आपस में सब मिल घरों की सफाई करें, अमीरों-गरीबों को भी रहता है इंतजार। घरों को सजाते…
सादा भोजन -नीतू रानी
खाना आलू,भात खाना न ज्यादा, ये होगा मोटापा को फायदा। तेल ,मसाला ज्यादा न खाना, पेट दर्द होकर होगा पाखाना। खाना लेना सुपाच्य और सादा, पेट में न आएगा बीमारी…
बच्चों का हुडदंग – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
जब भी दीवाली आता, बच्चों को बहुत भाता, भाग दौड़ कर निज, घरों को सजाते हैं। साफ कर घर-वार रंगाई – पुताई करें, मुख्य दरवाजे पर रंगोली बनाते हैं। पटाखे…
वो दीपक हैं मैं बाती – मनु रमण चेतना
सदा सुहागन का वर मांगू, हे प्रभु विनती कर तुमसे। रखना सलामत मेरे पिया को,भक्ति करूं तेरी तन मन से। सुंदर सुखमय साथ सजन के,बनके मैं वामांगी रहूं। दे यही…
नारी सबपर हो भारी – -नीतू रानी
विषय -कमजोर कहाँ हो तुम नारी। नारी कमजोर कहाँ हो तुम नारी, हर क्षेत्र में सबपर हो भारी। तेरे साथ खड़े हैं सभी देव, खाली कर देती देवों के जेब।…
इंसान की कीमत – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
आदमी से कहीं ज्यादा पशु होता वफादार, मानव को त्याग हम, पालते हैं स्वान को। माता-पिता से भी ज्यादा करते हैं देखभाल, है घट गई कीमत, जहां में इंसान को।…
सुबह की सैर – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
शीतल पवन चली, दूब बिछी मखमली, सुंदर नजारा देख,कदम ठहरता। फैली हुई हरियाली, झुकी हुई धान बाली, फसलों को देखकर चेहरा निखरता। पक्षियों का कलरव सुन दिल खिल जाता, सुबह…
जीवन दीप जलाना सीखें – स्नेहलता द्विवेदी
हम सब प्रेम पुजारी मिलकर, जीवन दीप जलाना सीखें। जग में फैले अंधकार को, कर्म रश्मि नहलाना सीखें। अपना घर तो सुंदर सजता, उस घर को भी सजाना सीखें। जिसके…