मोबाइल की लत- जैनेन्द्र प्रसाद ‘रवि’

बाल सृजन मनहरण घनाक्षरी छंद में हर दम रख साथ, जागते हैं दिन रात, बच्चों को मोबाइल का, विकल्प सुझाइए। सीमित हो उपयोग, नहीं हो दुरुपयोग, जीवन में हानि-लाभ, उन्हें…

मंजिल तुझे पुकारे – दिग्पाल छंद बाल गीत – राम किशोर पाठक

मंजिल तुझे पुकारे – दिग्पाल छंद बाल गीत बच्चों कभी न रोना, हिम्मत कभी न खोना। मंजिल तुझे पुकारे, थककर कभी न सोना।। यह फर्ज है तुम्हारा, करके सदा दिखाओ।…

दीनानाथ भोलेनाथ – जैनेन्द्र प्रसाद ‘रवि’

दीनानाथ भोलेनाथ संत जन आठों याम, रोज जपते हैं नाम, सावन में मंदिरों में, होता जयकारा है। चढ़ता है बेलपत्र, गंगाजल शमी पत्र, धतूरा कनैल भांग, शंकर को प्यारा है।…

भागो-भागो पानी आया – राम किशोर पाठक

भागो-भागो पानी आया – बाल गीत सबको यह भींगोने आया। भागो-भागो पानी आया ।। देखो बादल गरज रहा है। लगे पटाखा फूट रहा है।। काले, नीले, भूरे बादल। नवल रूप…

विद्यालय में आओ – ध्रुव छंद – राम किशोर पाठक

विद्यालय में आओ – ध्रुव छंद विद्यालय में आओ, लेने ज्ञान। करते रहते गुरुजन, दिशा प्रदान।। नित्य नया कुछ सीखें, बनें उदार। जीवन मंत्र मिला है, करिए प्यार।। अपनी कमी…