प्रवेशोत्सव
विद्यालय में आई फिर से रौनक
आओ मनाए हर्षोल्लास से प्रवेशोत्सव।
नन्हें नन्हें बच्चों बिन कब से
सुना था विद्यालय प्रांगण।
कोरोना को हराकर
जिन्दगी ने फिर से दस्तक दी है
जिन्दगी के हीं दरवाजे पर।
चलो करें स्वागत दिल से
आने वाले उज्ज्वल भविष्य का
दिखाएं राह शिक्षा के आंगन का।
मनाए प्रवेशोत्सव, कर
नुक्कड़ नाटक, प्रभात फेरी, दें नारा
“खुशबू हर फूल में, हर बच्चा स्कूल में “।
करें जन जन का जागरण
हो जाए जिससे शत प्रतिशत नामांकन।
हमारा है अटल कर्तव्य
शत प्रतिशत हो नामांकन
विद्यालय परिसर बन जाए भव्य।
कोंपल कलियां मुरझा गई थी
स्नेह वात्सल्य से मुस्कुराहट लाना है
फिर से उम्मीदों के दिए बेखौफ जलाना है।
जिन्दगी जिंदादिली का नाम है
इन नन्हें मन में खुशियों के दीप जलाना है
हो जाएं आशातीत, हो सफल प्रतीत प्रवेशोत्सव।
मधु कुमारी
उ० म० वि० भतौरिया कटिहार