प्रार्थना गीत
भूल अगर हो जाए हमसे, माफ सदा कर देना।
राम कृपा बस इतना करना, संबल का वर देना।।
कष्टों में परिजन कुछ मेरे, तुझको सदा पुकारे।
बिना तुम्हारे कोई भगवन, कैसे बने सहारे।।
कृपा हस्त अपने भक्तों पर, सहज भाव धर देना।
राम कृपा बस इतना करना, संबल का वर देना।।०१।।
शक्ति-हीन तन आज हुआ है, चिंता लगती भारी।
दोष काल है ऐसा आया, हिम्मत निकली सारी।।
बनो सहायक हे रघुनंदन, ऊर्जा से भर देना।
राम कृपा बस इतना करना, संबल का वर देना।।०२।।
तुम भी हो उस घट में रहते, घट का मान बचाना।
भक्त तुम्हारा आश लगाए, आश नहीं ठुकराना।।
करो स्वीकार यह अभिनन्दन, सुलभ सुखद घर देना।
राम कृपा बस इतना करना, संबल का वर देना।।०३।।
गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978
