बाल दिवस पर, वारा है- वासुदेव छंद गीत
प्रेम मुदित पल, सारा है।
बाल दिवस पर, वारा है।।
आओ मिलकर, बच्चों से।
वादा कुछकर, सच्चों से।।
आँखों का वह, तारा है।
बाल दिवस पर, वारा है।।०१।।
संग खेलकर, खुश करिए।
बाँह पकड़ कर, दम भरिए।।
प्रेम सुधा रस, धारा है।
बाल दिवस पर, वारा है।।०२।।
एक राष्ट्र हित, प्रीत भरें।
जीवन की नित, रीत धरें।।
करना जय जय, नारा है।
बाल दिवस पर, वारा है।।०३।।
गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978
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