श्रद्धांजलि -अमृता सिंह

श्रद्धांजलि संगीत की साधना की ,या सुर आराधना की तुम गीतों की एक नदी या फिर स्वयम ही सरस्वती? क्या थी तुम पता नही,अनोखी,अनूठी अकल्पनीय,, सुर तुम सजाती, या तुमसे…