गुरुवंदन-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव

गुरुवंदन स्वीकार करें वंदन मेरे गुरूजन शब्द नहीं कि मैं लिख पाऊँ  करुँ हृदय से मैं अभिनंदन। जग में महिमा है गुरूवर की कानन बीच जैसे हो चंदन स्वीकार करें…