विषय -नवरात्र शीर्षक -मांँ भगवती माँ हाथी चढ़ी नवरात्र में एली जेती मुर्गा चढ़ी भगवती। माँ हंँसती खल -खल दाँत झल-झल रुप सुंदर भगवती, माँ हाथी चढ़ी नवरात्र में एली…
Tag: जगजननी माँ
ज्ञान दायिनी – अशोक कुमार
ज्ञान दायिनी हे ज्ञान दायिनी, अबोध बालक पुकारे। बसंत पंचमी को आ जा, हमें दर्शन करा जा।। मुझमें विद्या का ज्ञान भरदें, मेरा काया कल्प करदे। अपनी कृपा की ज्योती,…
जगजननी माँ-मनु कुमारी
जगजननी माँ जिससे बंधी खुशियाँ मेरी, जिससे मँहके सारा जहाँ, सबसे अच्छी, सबसे न्यारी, है वो मेरी प्यारी माँ! स्नेहमयी, आनंदमयी, वात्सल्यमयी तेरी गोद ओ माँ, जिसके आगे फीकी पर…