टीओबी है दर्पण-जैनेन्द्र प्रसाद रवि 

टीओबी है दर्पण शुक्रिया अदा करूं कैसे, कोई शब्द नहीं है पास मेरे। जिनसे न कभी कोई रिश्ता था, वे परिचित हुए सभी ख़ास मेरे।। टीओबी ने ऐसा मंच दिया,…