तितली रानी! तितली रानी! लगती हो तुम बड़ी सयानी।। रख लो तुम आँखों में पानी, नहीं करो अब तुम मनमानी।। रंग-बिरंगे पंख सलोने, मन को अति प्यारे लगते हैं। फूलों…
SHARE WITH US
Share Your Story on
writers.teachersofbihar@gmail.com
Recent Post
- दोहावली – रामपाल सिंह ‘अनजान’
- विधाता छंद – एस. के. पूनम
- अभियान गीत- रामकिशोर पाठक
- अदृश्य जीवन चालक- अमरनाथ त्रिवेदी
- अदृश्य जीवन चालक- अमरनाथ त्रिवेदी
- हृदय का कूप माँ – अवनीश कुमार
- प्यासा कौवा – रामपाल प्रसाद सिंह ‘अनजान’
- तितली रानी – देवकांत मिश्र ‘दिव्य’
- दादी का हलवा- रामकिशोर पाठक
- दादी का हलवा- रामकिशोर पाठक