तितली रानी – देवकांत मिश्र ‘दिव्य’

तितली रानी! तितली रानी! लगती हो तुम बड़ी सयानी।। रख लो तुम आँखों में पानी, नहीं करो अब तुम मनमानी।। रंग-बिरंगे पंख सलोने, मन को अति प्यारे लगते हैं। फूलों…