दहेज बेटा बेटियां बराबर के अधिकारी, उन्हें बनाएं जरुर संस्कारी। शिक्षित बनाएं और उपकारी, दोनों का है बराबर की हिस्सेदारी।। बेटा बेटी वस्तु नहीं कि हम करें खरीददारी, दहेज लेना…
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दहेज-निधि चौधरी
दहेज दहेज की अग्नि में जलते पिता की, सुनाने हूँ आई कहानी सिसकती। पिता बिटिया की हो गई है पक्की सगाई, कि लाखों में’ हमने खरीदी जमाई। थी खेती पुरानी…