नशामुक्त हो जहां-कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

नशामुक्त हो जहां नशामुक्त होगा अगर इंसान, करेगा सभ्य समाज का निर्माण। देकर अपनी रचनात्मक योगदान, कराएगा मानवता की पहचान। नशा का मत कर तू पान, संवार ले अपनी कीमती…