नृत्य-अपराजिता कुमारी

नृत्य सृष्टि के कण-कण में जन जन के मन मन में शारीरिक भाव भंगिमाओं में मानवीय अभीव्यक्तियों का रसमय प्रदर्शन है नृत्य परमात्मा की आराधना, साधक की साधना देवी, देवताओं,…