बजी बधाई शुभ घड़ी आई देवकी वसुदेव का लाल जगत का पालनहार, रूप सौंदर्य था इनका बड़ा ही कमाल, बड़ा लुभावना इनका मनुहार, करता सबको निहाल, रास रचईया कहूं या…
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