पर्यावरण – मीरा सिंह “मीरा”

बंद करो वृक्षों को काटना नदियां सागर दूषित करना। वृक्ष धरा के हैं आभूषण वृक्ष लगाओ मानो कहना।। कोरे नारे नहीं लगाओ वक्त कहे कुछ काम दिखाओ। स्वच्छ रखो हवा…

प्यारी गुड़िया- मीरा सिंह “मीरा

नन्ही मुन्नी प्यारी गुड़िया सबकी राज दुलारी गुड़िया। तितली जैसी उड़ती फिरती खुशियों की किलकारी गुड़िया।। कभी गले से आकर लिपटी कभी खफा हो जाती गुड़िया। करके कोई नयी शरारत…

चल मुनिया-मीरा सिंह “मीरा”

तुझमें हिम्मत बल मुनिया। चल आगे बढ़ चल मुनिया। देखेगी दुनिया सारी तुझमें कितना बल मुनिया।। अवरोधों से मत घबरा तूफानों से लड़ मुनिया। दीपक बनकर तू जलना रोशन होगा…

प्रेम बड़ा अनमोल रतन है-मीरा सिंह “मीरा

प्रेम से हुआ जग रोशन हैं जीवन लगता सुखद सपन है। दुनिया लगती बहुत सुहानी प्रेम बड़ा अनमोल रतन है।। करें जहां पर प्रेम बसेरा दूर वहां से दुख का…