रंग सात रंगों से भरा जीवन, फूलों से खिला वन उपवन। सातों रंग जब मिल जाते, सरस्वती वरन, सफेद कहलाते।। पहला रंग बैंगनी रहता, रंग दूसरा नीला। रंग तीज़ा आसमानी,…
SHARE WITH US
Share Your Story on
writers.teachersofbihar@gmail.com
Recent Post
- प्यारा-सा चाँद – भोला प्रसाद शर्मा
- सत्य का प्रकाश – सुरेश कुमार गौरव
- माँ बिना जहाँ भी कुछ नहीं – अवनीश कुमार
- शिक्षा की ज्योति जलाने वाले- अमरनाथ त्रिवेदी
- माटी का दीया – सुरेश कुमार गौरव
- शिक्षा की ज्योति जलाने वाले- अमरनाथ त्रिवेदी
- स्वच्छता हमारा मूलमंत्र – अमरनाथ त्रिवेदी
- देव दिवाली मनाएँ आज- रामकिशोर पाठक
- बच्चों जीवन को सादगी से अपनाना- रुचिका
- भारत के चमकते नूर- अमरनाथ त्रिवेदी