आम आदमी का अंदाज – हरिपद छंद आज आदमी आम हो गया, नहीं रहा कुछ खास। बदल रहे अंदाज सभी के, रहा नहीं विश्वास।। दोष रहा भर सबके मन में,…
Tag: राम किशोर पाठक
विश्वास और अभ्यास का छंद सोरठा
छंदों का अभ्यास, रोज कौन सीखा रहा। पूरा है विश्वास, लगन सिखाती है सही।। मात शारदे आस, जो ठुकरा सकती नहीं। मैं हूॅं उनका दास, अब सीखा सकती वही।। होगी…
राष्ट्रीय भेषज विज्ञान शिक्षा दिवस- राम किशोर पाठक
शिक्षा कृत संकल्प लें, चिकित्सा सा विकल्प लें, औषधि ज्ञान हित में, दिवस मनाइए। रोग मुक्ति बोध पले, शुचिता के भाव तले, जन मन स्वस्थ मिले, ज्ञान को बढ़ाइए। औषधी…
अंक-अंक- राम किशोर पाठक
अंक अंक-अंक जोड़कर वो अंक भर गया, फिर अंक में वो भरने का जिद कर गया, जब अंक के हिसाब में, सिर खपने लगें, फिर अंक से हीं चेहरे का…