वर्षा रानी कभी फुहारा बन बरसती धरती को सरस बनाती चारो और हरियाली छाई। कभी मोटे बूंदो वाली बहुत हुआ अब कीचड़ पानी अब न करो मनमानी। बादल की गरज…
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वर्षा रानी-रूचिका
वर्षा रानी वर्षा रानी वर्षा रानी, कहाँ से लाई इतना पानी, ताल तलैया पोखरे डूबे, बताओ न अपनी कहानी। गर्मी से मन मेरा बेहाल, कैसे भी नहीं सुधरे हाल, टिप…
वर्षा रानी-अवनीश कुमार
वर्षा रानी वर्षा रानी आओ ना धरा की प्यास बुझाओ ना तपती धरती तुझे बुलाती इनको तृप्त कर जाओ ना सुखी नदियाँ तुझे बुलाती इनको तू भर जाओ ना जन…
वर्षा रानी-प्रीति कुमारी
वर्षा रानी वर्षा रानी का आगमन पुलकित हुआ हमारा मन गर्मी से व्याकुल वसुंधरा को, जैसे मिला हो नव जीवन। बाग़-बगीचे हरे हुए और हरा हुआ सब वन-उपवन पुष्प सारे…
वर्षा रानी-जैनेन्द्र प्रसाद “रवि”
वर्षा रानी उमड़-घुमड़ कर बादल गरजे बूंदें गिरती आसमानी, पृथ्वी पर अपना प्यार लुटाने आती हैं वर्षा रानी। ग्रीष्म ऋतु से विह्वल होकर पेड़-पौधे मुरझाते, प्रचंड धूप से आहत…