मन की बात-संध्या राय

मन की बात मैं हूं एक छोटा-सा बच्चा। कोई सुन ले बात मेरी। कोरोना ने कर दिए बंद सारे स्कूल। पहले वहाँ होती थी कितनी सारी चीजें, हम पढ़ते, हँसते,…

मेरी बगियाा-संध्या राय

मेरी बगिया मेरे छत की छोटी बगिया, फूल खिले हैं इनमें प्यारे। देख के इनके प्यारे मुखड़े, मन आनन्दित हो जाता है। ये पौधे है जीवनदायी, इनकी सांसो से है…

माँँ-संध्या राय

माँ माँ है ममता, माँ है प्यार। माँ है जीवन का आधार। माँ से ही है जीवन, माँ है जीवनदायिनी। आँखों में माँ, बातों में माँ, रुधिरों में माँ बहती…