अहिंसा की विजय-सुधीर कुमार 

अहिंसा की विजय आओ बच्चों तुम्हें सुनाता हूं मैं एक कहानी  कौशल नरेश थे प्रसेनजीत  और श्रावस्ती उनकी राजधानी।  राजा थे वे बहुत बड़े  और प्रजा सुखी संपन्न  पर एक…

वरदराज की कहानी-सुधीर कुमार

वरदराज की कहानी आओ बच्चों, तुम्हें सुनाता, हूंँ मैं एक कहानी आज। गुरुकुल में एक बालक रहता, नाम था जिसका वरदराज। पढ़ने में रुचि नहीं थी उसकी, था विद्या से…

विवेकानंद-सुधीर कुमार 

विवेकानंद  हे युग पुरुष, हे युग प्रवर्तक,  तुमको बारम्बार प्रणाम।  तुमने भारतीय संस्कृति को,  दिया था एक नया आयाम।  रुढ़ि और बंधनों से तुमने,  देश को मुक्त कराया।  भटके हुए…