शिक्षा – किशोर छंद – राम किशोर पाठक

    घर-घर अलख जगाने वाली, है शिक्षा। आत्म ज्ञान दे जाने वाली, है शिक्षा। अपनी जहाँ बनाने वाली, है शिक्षा। सबको गले लगाने वाली, है शिक्षा।। दूर बुराई को…