चिकित्सक का कार्य – गीतिका
वैद्य, चिकित्सक, हकीम सारे।
सबका जीवन सदा सँवारे।।
रक्त, लहू, शोणित, लोहित जो।
रुधिर, खून की दोष निहारे।।
अस्थि, हाड़, हड्डी सब देखें।
चर्म, खाल सह त्वचा निखारे।।
काया, विग्रह, वपु, शरीर की।
बदन, अंग हर अंश सुधारे।।
रोग, दोष, विकार, विकृति सभी।
दूर भगाते उन्हें पुकारे।।
कष्ट हमें जब तन में होती।
दिखता है दिन में भी तारे।।
इलाज, चिकित्सा, उपचार दे।
कष्टों से वें हमें उबारे।।
दवा, जड़ी, औषधि को देते।
स्वस्थ बनायें हमको प्यारे।।
धरती पर ईश्वर सा दर्जा।
बनते सबकी सदा सहारे।।
पाठक कोशिश ऐसे करते।
जिससे सुधरे स्वास्थ्य हमारे।।
रचयिता:- राम किशोर पाठक
प्राथमिक विद्यालय भेड़हरिया इंगलिश, पालीगंज, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978
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