आज पुण्य तिथि पर रेणु जी को
करते हैं हम सब शत्- शत् नमन,
और हमारे आदरणीय लेखक कविगण
उनपर कर रहे माल्यार्पण।
गाँव इनका औराही हिंगना
जिला इनका अररिया है,
पिताजी इनके शिलानाथ
माता का नाम पाणो देवी है।
माता -पिता के थे आज्ञाकारी
बुद्धि इनका विलक्षण था,
मिला आशीर्वाद माता -पिता का
जिन्होंने कुल का नाम रौशन किया।
मैट्रिक इंटर के बाद ये
स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े,
समाज के शोषण अत्याचार देखकर
लेखन का कार्य प्रारंभ किए।
लिखे उपन्यास, नाटक,कहानी, कविता
जिसमें मैला आंचल और तीसरी कसम भी लिखे
रेणुजी की इस तीसरी कसम रचना पर
बेहद खूबसूरत फिल्म बने।
चार मार्च उन्नीस सौ इक्कीस को
रेणुजी ने जन्म लिया ,
ग्यारह अप्रील उन्नीस सौ सतहत्तर
ईश्वी को
रेणुजी ने शरीर त्याग किया।
ऐसे वीर धीर गंभीर लेखक का
हम सब दे रहे भावभीनी श्रद्धांजलि
हमें गर्व है रेणुजी पर
जिनकी ख्याति फैली है गली- गली ।
नीतू रानी
स्कूल का नाम -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ
बिहार ।