बिना विचारे नहीं करें
बिना विचारे नहीं करें जीवन में कोई काम ,
ऐसा यदि नहीं किया तो होगा बुरा अंजाम ।
देख सुनकर सोच बढ़ाएँ ,
विचारों में अव्वल हम पाएँ ।
सोच समझ नित करना काम ,
नहीं होंगे कभी गलत अंजाम ।
शिक्षा ही संस्कार बनाती ,
शिक्षा ही हम सबको भाती ।
मानव का श्रृंगार है शिक्षा,
तभी मिलती है पूरी दीक्षा ।
शिक्षा को संस्कारों से जोड़े,
तभी उल्टी बातों को हम छोड़े ।
सोच समझकर जब काम करें हम ,
निश्चित ही उस काम में दम भरें हम ।
सोचे समझे जो काम है करता ,
वह कभी नहीं मुश्किल में पड़ता ।
मन का कहे कभी नहीं चलना ,
दिल की बात सदा ही धरना ।
खुशी खुशी तभी दिन गुजारें ,
जब सोची समझी नीति हमारे ।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर
