भागो-भागो पानी आया – बाल गीत
सबको यह भींगोने आया।
भागो-भागो पानी आया ।।
देखो बादल गरज रहा है।
लगे पटाखा फूट रहा है।।
काले, नीले, भूरे बादल।
नवल रूप धर करता पागल।।
डरकर मुन्ना दौड़ लगाया।
भागो-भागो पानी आया ।।०१।।
बिजली चमक रही है चम-चम।
लगा बरसने पानी झम-झम।।
छाता लेकर निकली शबनम।
देखो चलती डरकर हरदम।।
खेल-कूद सब बंद कराया।
भागो-भागो पानी आया ।।०२।।
हाथी का सूंँड़ संज्ञान में।
इंद्रधनुष भी आसमान में।।
झिंगुर मेढक बोल रहे हैं।
मधु कानों में घोल रहें हैं।।
पेड़ों को देखो नहलाया।
भागो-भागो पानी आया ।।०३।।
सर्द हवा मन को भाती है।
सिहरन पैदा कर जाती है।।
तेज हो गई देखो पल में।
भींग गई वह वर्षा जल में।।
कांँप रही है कैसे माया।
भागो-भागो पानी आया।।०४।।
खेत खलिहान डूब गये हैं।
नाले कितने टूट गये हैं।।
कैसे हम विद्यालय जाएँ।
गुरुवर कहीं नहीं गुस्साएँ।।
सोच हमारा मन भरमाया।
भागो-भागो पानी आया ।।०५।।
रचयिता:- राम किशोर पाठक
प्राथमिक विद्यालय भेड़हरिया इंगलिश, पालीगंज, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978
