विषय -पापा
माँ के जाने के बाद पापा,
तुम्हीं मेरे जीवन आधार पापा———-।
माँ के जाने—————२।
तुम्हीं मेरे माता-पिता तुम्हीं हो
तुम्हीं मेरे बंधु सखा,
तेरा हाथ रहे मेरे सिर पर मिलता रहे आशीर्वाद पापा।
माँ के जाने————-२।
तुम्हीं हो तीनों भुवन के दाता
तुम्हीं हो पिता तुम्हीं हो मेरी माता,
तेरे सिवा इस जग में न कोई
तुम्हीं हो दाता धर्मराज पापा।
माँ के जाने——२।
छोड़ गई मुझे मैया मेरी
हो गई मैया बिन मैं अकेली,
माँ बिन सुख -दुख तुमको हीं सुनाऊंगी
सुनना सबकुछ आप पापा
माँ के जाने——————२।
मेरी ग़लती माँ जैसे क्षमा करना
ससुराल जाने पर मेरा पैर रंगना,
माँ के तरह मेरा माथा को चुमकर
करना मुझको विदा मेरे पापा।
माँ के जाने————–२।
सोकर उठूँ तो ईश्वर रुप में
तेरा दर्शन पाऊँ
तेरे चरण कमल को छूकर
जीवन सफल बनाऊँ,
अपने हृदय की ममता पर
रखना सदा ख्याल पापा।
माँ के जाने————२।
ईश्वर से मेरा यही है कहना
पापा को सौ साल उम्र देना,
रहे स्वस्थ निरोग मेरे पापा
प्रभु यही देना आशीर्वाद पापा।
माँ के जाने ————२।
नीतू रानी स्वरचित कविता
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।