यह धरती है प्रभु की प्यारी
हम बच्चे अपने धुन में गाएँ,
प्रभु चरणों में शीश नवाएँ ।
जिनका है धरती और अम्बर ,
उनके प्रति हम भक्ति बढ़ाएँ ।
क्या क्या ईश हमें नहीं देते ,
क्या क्या हम उनसे नहीं लेते ।
कृपा है सब पर प्रभु राम की ,
तभी तो लोग उनको हैं भजते ।
कृपा प्रभु की होती जब हम पर ,
तभी तो प्रभु देते विद्या जमकर ।
खूब पढ़ें और उन्हें याद करें हम ,
तभी तो खुशी देंगे इससे भी बढ़कर ।
जहाँ तक जाती नजर हमारी ,
है यह धरती प्रभु की प्यारी ।
कभी न लड़ें आपस में हम सब ,
यही तो जीवन में सीख है न्यारी ।
कदम मिलाकर चलते जाएँ ,
मन मंदिर में प्रभु बिठाएँ।
सुख में सुमिरन रोज करें हम ,
दुःख में प्रभु को कभी न भुलाएँ ।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर
