लेकर हम सब प्रभु का नाम,
सदा करें ही अच्छे काम।
खेल-खेल में नहीं लड़ेंगे,
बात-बात में नहीं झगड़ेंगे।
हम सब हैं भारत के बच्चे,
कहते जो करते सब सच्चे।
जब हम पढ़ने को हैं बैठते,
सबक पूरा कर ही उठते।
नहीं कठिन पढ़ने का काम,
जीवन होगा तभी अभिराम।
खेल-कूद भी बहुत जरूरी,
स्वस्थ रहने पर हो अरमाँ पूरी।
हम खाली पेट ही दौड़ लगाते,
खाकर कुछ आराम फरमाते।
तन-मन जब तक स्वस्थ रहेगा,
तभी भविष्य का भार सहेगा।
सपने में कभी हम खो न जायें,
अपनी जिम्मेवारी बखूबी निभायें।
माता-पिता की आज्ञा सब मानें,
तभी सुपथ पर स्वयं को जानें।
हम बच्चे घर-घर के प्यारे,
माता-पिता के राज दुलारे।
जीवन में नित बढ़ना है काम,
तभी होंगे हम सब के नाम।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड-बंदरा, जिला- मुजफ्फरपुर