हर घर तिरंगा- विजय शंकर ठाकुर

:- हर घर तिरंगा -:
पूछ मत ,पगले कहां पर है ,तिरंगा,
शोभता है आज तो हर घर तिरंगा।
घूम ले अब गांव या फिर शहर ही तू,
हर जगह दिखता है बस ,हर घर तिरंगा।
तीन रंगों को लिए दिखता तिरंगा,
मध्य नीले चक्र से सजता, तिरंगा,
दे रहा संदेश व्यापक यह तिरंगा,
राष्ट्र प्रगति उदघोष करता है, तिरंगा,
त्याग का प्रतिमान है अपना, तिरंगा,
मां भारती का मान है अपना, तिरंगा,
वीरों की गाथा सुनाता है, तिरंगा,
प्यार का संदेश भी देता, तिरंगा,
हम सभी का मान है अपना, तिरंगा,
हम सभी का प्राण है अपना, तिरंगा,
देख बस तू देख हर घर है, तिरंगा।

विजय शंकर ठाकुर
विशिष्ट शिक्षक
म वि गोगलकटोल
प्रखंड बोखड़ा
सीतामढ़ी

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