सत्य-पथ के जीवन रचयिता – सुरेश कुमार गौरव

  शिक्षक कहलाते ज्ञान रचयिता अनुशासन के होते नियम संहिता। कहलाते हर प्रश्नों के हलकर्ता, सत्य-असत्य के निर्णयकर्ता। जीवन में जो ज्ञानदीप जलाते, हर अंधियारे को शीघ्र मिटाते। सुसंस्कारों की…

अग्निपथ के राही- अमरनाथ त्रिवेदी

  न  बची  किसी  की   जान   यहाँ, और   नहीं   सर्वदा    शान   रही। जो  भी   आया    इस   दुनिया   में, केवल कर्म ही उसकी पहचान रही।। न   रहे   अवधपति  श्रीराम   …

नववर्ष की नई किरण – अमरनाथ त्रिवेदी

नये वर्ष के नवारंभ में नये वर्ष के नवारंभ में, खुशियाँ खूब मना लें। अपने रिश्ते नातों के संग, प्रीति भाव  बढ़ा   लें। नव वर्ष खुशियों से गुजरे, कुछ ऐसा…

नववर्ष की नई सुबह – आशीष अम्बर

  आया नववर्ष लेकर नई सुगंध स्वर्णिम नूतन विहान। आँखों में उम्मीदों की चमक हर सीने में सुमधुर गान। धूल धूसरित हो जाए अवगुण, क्रोध, कलुष, अभिमान। निर्मलता हो जन-…