गलतियों से सुधरने को, जीवन में कुछ बनने को, जिंदगी से संघर्ष करने को, यूं खाली ना बैठे रहने को, प्यार से या दुत्कार से मुझको अब ये कौन कहे?…
Author: Anupama Priyadarshini
समय सही पुराना है – Manish Kumar Shashi
बदल गया भई ज़माना है, समय सही वही पुराना है। बदल गए सभी रिश्ते-नाते, बिखर गया बड़ा घराना है। परत गया जुबां से अपनी, नया – नया बना बहाना है।…
करै छी हम नाच – नीतू रानी
मिशन दक्ष मिशन दक्ष में पढबै छी हम, बच्चा केवल पाँच , खुशी सेअ करै छी हम नाच । बच्चा पढै येअ मन खुश होययेअ स्कूल में होययेअ जाँच ,…
बचपन – सुधीर कुमार
सजल मात्रा – 14 समांत – आया पदांत — बचपन मोबाइल खाया बचपन । क्यों ऐसा लाया बचपन ? सब कुछ छीन लिया इसने । खेल बिना पाया बचपन ।।…
नौ से पाँच – नीतू रानी
नौ से पाँच हुआ स्कूल रोज करते हैं सात -आठ पार पूल, जाते आते हैं आॅटो बस से चाहे स्कूल हो नजदीक या दूर। नौ से पाँच हुआ स्कूल स्कूल…
समय है गतिमान – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
नश्वर दुनिया में है धर्म केवल शाश्वत, लोभ-मोह छोड़कर, नित्य करें प्रेमदान। जगत पिता से यहां कुछ भी है छिपा नहीं, आते जाते रात दिन, देख रहा दिनमान। पेट भरने…
Our first President – Ashish Kumar Pathak
Our first President Coming from a poor family Started from a naive child became a brilliant student a school teacher a professor An accomplished lawyer an active freedom fighter…
छिन गया बचपन- एस.के.पूनम
एक था नन्हा बालक, छिन गया जिसका बचपन, जो पार किया था अभी, उम्र का आठवां सावन। अपने पिता को देख रहा था, जो चिरनिंद्रा में लेटा था, कोलाहल जो…
युगपुरुष- कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”
जीवन में कुछ करना है तो, आलस को तजना होगा। बगैर रुके और बिना थके,नित्य तुम्हें चलना होगा।। सपने बड़े सजाए हो तो,शोलों पर चलना होगा। नींदे छोटी करनी…
गीत – सुधीर कुमार
सबको मिलकर लड़ना होगा। हरदम आगे बढ़ना होगा ।। महँगाई से लड़ना है अब , जिसने लूटा चैन सभी का । इसके कारण रोते हैं सब , यह है दुश्मन…