नियम धरम सेएअ हम कईलौं, छठी मैया तोहरो त्योहार। करलौं में छठी के वरतिया कईलौं नहाय-खाय,कदुवा भात। करलौं हम खरना उपास, सहलौं दिन अरबा खेलौं रात। मंगेलौं हम बाॅ॑स केअ…
Author: Anupama Priyadarshini
सूर्य देवता – नीतू रानी” निवेदिता”
द्वार पर आए सूर्य देवता है उनको नमस्कार, छठी मैया के घाट पर लगी है छठव्रती की कतार। छठवर्ती कर जोड़कर पानी में है खड़ी, सूर्य देवता को अर्घ देने…
दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
पावन कार्तिक मास में, करें छठी का ध्यान। गुणवंती करुणामयी, महिमा बड़ी महान।। जग की आत्मा सूर्य को, करें नित्य प्रणिपात। जीवन प्राणाधार हैं, अंशुमान अवदात।। रवि उपासना पर्व है,…
प्रेम का उपहार – एस.के.पूनम
🙏ऊँ कृष्णाय नमः🙏 वार्णिक मुक्तक(वर्ण भार-13 ) प्रदत्त विषय- काजल। (प्रेम का उपहार) प्रिया जब मिली थी हुआ बेकरार, प्रीत पा प्रेयसी से किया इकरार, बिताया जाग दिवा हो या…
छठ पर्व – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
विद्या:- मनहरण घनाक्षरी छंद छठ व्रती आस रख, मन में विश्वास रख, खुद निराहार रह, करते हैं खरना। शाम-सुबह सूर्य को करते हैं अर्घ्य दान, व्रतियों को रात-दिन, पड़ता है…
दिवाली – सुधीर कुमार
सजल भुजंग प्रयात छंद मात्रा — १५ समांत- आनी पदांत – दिवाली १२२ १२२ १२२ १२२ बिना दीप क्या है मनानी दिवाली । अँधेरा रहे दूर ठानी दिवाली ।। बुराई…
Nehruvian y(ears), Ruskin Eyes –
Those years were rather peaceful years a lot happened in those years Dams were built Year plans were made Cities were planned Institutions built in front of common eyes People…
दीवाली आयी है – रत्ना प्रिया
जगमग ज्योति जली दीपों की, यह धरती मुसकायी है, कण-कण आलोकित करने को, यह दीवाली आयी है | नवयुग के नवसृजन हेतु जब भाव सँजोया जाता है, अंधकार को मार…
विकास की मार – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
चहुओर चकाचौंध दिवाली की रात है। सफाई के साथ लाई खुशी की सौगात है।। बल्बों की लड़ियों से घरों को सजाते हैं। दरवाजे और दीवारों पर रंगोली बनाते हैं।। रोशनी…
दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
दीप जलें जब द्वार पर, मिलता नवल प्रकाश। खुशियाँ अंतस् तब मिलीं, हुआ तिमिर का नाश।। दीप अवलि में सज उठे, करते तम को नष्ट। दीन-हीन को देखकर, हरिए उनके…