सादा भोजन -नीतू रानी

खाना आलू,भात खाना न ज्यादा, ये होगा मोटापा को फायदा। तेल ,मसाला ज्यादा न खाना, पेट दर्द होकर होगा पाखाना। खाना लेना सुपाच्य और सादा, पेट में न आएगा बीमारी…

बच्चों का हुडदंग – जैनेन्द्र प्रसाद रवि

जब भी दीवाली आता, बच्चों को बहुत भाता, भाग दौड़ कर निज, घरों को सजाते हैं। साफ कर घर-वार रंगाई – पुताई करें, मुख्य दरवाजे पर रंगोली बनाते हैं। पटाखे…

वो दीपक हैं मैं बाती – मनु रमण चेतना

सदा सुहागन का वर मांगू, हे प्रभु विनती कर तुमसे। रखना सलामत मेरे पिया को,भक्ति करूं तेरी तन मन से। सुंदर सुखमय साथ सजन के,बनके मैं वामांगी रहूं। दे यही…

इंसान की कीमत – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

आदमी से कहीं ज्यादा पशु होता वफादार, मानव को त्याग हम, पालते हैं स्वान को। माता-पिता से भी ज्यादा करते हैं देखभाल, है घट गई कीमत, जहां में इंसान को।…

सुबह की सैर – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

शीतल पवन चली, दूब बिछी मखमली, सुंदर नजारा देख,कदम ठहरता। फैली हुई हरियाली, झुकी हुई धान बाली, फसलों को देखकर चेहरा निखरता। पक्षियों का कलरव सुन दिल खिल जाता, सुबह…

जीवन दीप जलाना सीखें – स्नेहलता द्विवेदी

हम सब प्रेम पुजारी मिलकर, जीवन दीप जलाना सीखें। जग में फैले अंधकार को, कर्म रश्मि नहलाना सीखें। अपना घर तो सुंदर सजता, उस घर को भी सजाना सीखें। जिसके…

रूपघनाक्षरी – एस.के.पूनम

भानु खड़ा द्वार पर, घूँघट उठाती निशा, शीत का आगाज हुआ,ओढ़ ले कंबल आज। सुबह पत्तियाँ करे, तुहिन से श्रृंगार जी, सूर्य प्रभा पड़ते ही सप्तरंग करे नाज़। पक्षियों का…

करवाचौथ गीत – नीतू रानी “निवेदिता

पिया यौ अहाॅ॑ लएअ करै छी करवाचौथ त्योहार यौ , भैर दिन राएख केअ उपवास यौ ना। एक दिन पहिले गेलौं बाजार किनलौं साड़ी ,चूड़ी लाल, पिया यौ अहाॅ॑के देखै…