इस बार मौसम का अलग नजारा दिखे, दोपहर साँय-साँय, हवा चले कसकर। धूप की लपट बीच जलता है अंग-अंग, तपन चुभाए बिष, नागिन सी डँसकर। पानी भी पसीना बन उड़…
Author: Anupama Priyadarshini
माहवारी औरतों के लिए ईश्वरीय वरदान – नीतू रानी
ईश्वर ने दिया महिलाओं को यह सुंदर वरदान महिलाओं के लिए है यह आन- बान- शान जिसके चलते आज हर घर में खेल रहा है सुन्दर प्यारा शिशु संतान। जिस…
माँ – रत्ना प्रिया
माँ माँ, पास बैठो न, ममता भरी गोद में, वात्सल्य की मोद में , सुख-शांति का अनुभव करने दो न । माँ, बड़ी भूख लगी है, अपने पास बिठाओ न,…
जमाना आजकल – नीतू रानी
जमाना आजकल जमाना आजकल जो हो रहा, अपना परिवार अपनों से हीं बिछड़ रहा। जमाना आजकल जो हो रहा, अपनों को देखकर अपना हीं जल रहा। जमाना आजकल जो हो…
ओ सूरज चाचू – अवनीश कुमार
ओ सूरज चाचू! थोड़ा गुस्सा कम दिखाओ ना थोड़ा गुस्सा कम दिखाओ ना ओ काले बादल भैया! खूब बारिश बरसाओं ना खूब बारिश बरसाओ ना अरी वो बिजली रानी अपना…
सोहर – नीतू रानी
आज दिनांक-22/05/2024 को 20वीं सदी के महान संत महर्षि मेॅ॑हीॅ॑ परमहंसजी महाराज की 140 वीँ जयंती समारोह है ,हम सपरिवार गुरु देव के जन्म दिवस पर गुरु देव को शत्-शत्…
महिला शिक्षिकाओं को समर्पित- चांदनी समर
मम्मी मेरी शक्तिशाली, आधी रात उठ जाती है अंधेरे में जाग कर खाना वो बनाती है झाड़ू पोछा बर्तन कपड़े, फिर खुद जा नहाती है जूते मोजे बस्ता टिफिन हम…
विवाद का परिणाम – जैनेन्द्र प्रसाद ‘रवि’
एक बिल्ली ने रोटी पाई दूसरे ने भी आँख गड़ाई, इतने पर दोनों आपस में करने लगे छीना- झपटी। एक ने कहा मैंने देखी ज्यादा नहीं बघारो शेखी, बिना कमाए…
बेटी की विदाई – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
चहुंँओर खुशी छाई,बज रही शहनाई, परिजन नाच रहे, खुशी का है अवसर। विवाह के बाद जब, विदाई की आई घड़ी, सखियों के आँसू गिरे,अंँखियों से झर-झर। पूछ रही रोती-रोती, बेटी…
Lincoln’s Letter to his son’s Teacher – Ashish K Pathak
Dear sir, all men are not impartial and not everyone speaks truth Surely my Son will learn this sometime; Kindly teach him that if there are bad persons there are…