मैं पंछी बन उन्मुक्त गगन में, दुनियां का भ्रमण करुं। काली-घटा की बलखाती बादल में भींग जाऊं।। यह मेरी अभिलाषा है। मैं सूर्य के प्रकाश की तरह, प्रकाश-मान हो जाऊं।…
Author: Anupama Priyadarshini
पढ़ाई -दीपा वर्मा
दुहाई है दुहाई हाय ये पढ़ाई । कभी नन को नही भाए यह जालिम पढ़ाई । मम्मी कहती..पापा कहते दादी कहती..दादा कहते समी कहते, पढो पढ़ो। खेलकूद हो गया मुश्किल…
विज्ञापन अंतिम संस्कार का- संजय कुमार
ऐड देख कर खुश मैं होऊँ या आँखें भर भर मैं रोऊँ। खोया जिसके लिए था सब कुछ हुआ वही नजरों से दुर्लभ अंतिम संस्कार का ऐड देखकर खुश मैं…
एक सच्चाई- नवाब मंजूर
सत्य से जो दूर है वही मद में चूर है लोभ भी भरपूर है इसी भ्रम में मानता स्वयं को, वही एक शूर वीर है। रौंदता जाता सबको जाने रब…
दहलीज में सिमटी जिंदगी का सबक- विकास कुमार
भीड़ भरी इस दुनिया में कूप सन्नाटा पसरा है। जब हवा ही कातिल हुई, फिर किस सांस का आसरा है।। घुटनों के बल अब सत्ता है। दंभ, ज्ञान,सामर्थ्य अब, लगता…
मित्रता- अमरनाथ त्रिवेदी
मित्रता है अनमोल कहानी , जो खुद कहती रहती है । जीवन के अनछुए प्रसंग में भी , रसधार रूप में बहती है । मित्रता है जीवन का चिंतन ,…
आहट – जयकृष्णा पासवान
वक्त अभी ठहरने का है, और समय बहुत परेशान हो- गया है। मन का अभी सुनिए मत, दिल अभी लहू-लुहान हो गया है।। अश्क़ का दरिया अभी, सुखता ही नहीं…
समाधान-अमरनाथ त्रिवेदी
समाधान है अपने कर में , हम पीछे क्यों रह जाते है ? चिंता से चतुराई घटती , फिर चिंता में क्यों पड़ जाते हैं? यह मानव जीवन है प्यारे…
प्यारा गाँव- देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
सबसे प्यारा गाँव हमारा, अद्भुत सुंदर न्यारा है। चलो तुम्हें हम आज दिखाएँ, उर का भाव हमारा है।। होती अनुपम मृदा गाँव की, सत्य सभी ने जाना है। खान गुणों…
गंगा अब मैली नहीं- कंचन प्रभा
सुनाई देती है वही सुरीले पंछी की चहचहाहट फिर से है हवाओं में शीतल सी वही गीतों की गुनगुनाहट फिर से दिखाई देती है अब साँझ की दुल्हन में शरमाहट…