आज है 14 नवंबर का दिन आज का दिन है बड़ा महान, आज हीं जन्म लिए नेहरू जी सदा रहेगा इनका नाम। 14 नवंबर 1889 ब्रिटिश भारत इलाहाबाद में इनका…
Author: Anupama Priyadarshini
काश वो बचपन लौट आए -संजय कुमार
काश,वो बचपन लौट आये, वो बचपन की भोली शरारत। वो बादलों को छूने की चाहत, तितलियों के पीछे भागना सपनों की दुनिया में जागना। वो नन्ही परियों की कहानी। अपनी…
बैगलेस सुरक्षित शनिवार -प्रीति कुमारी
हम सबों का सपना हो रहा साकार, ढेरों खुशियां लेकर आया, बैगलेस सुरक्षित शनिवार । नाचेंगे गाएंगे,खेलेंगे कुदेंगे, मस्ती करेंगे दिन- भर, खेल खेल में शिक्षा पाकर आगे बढेंगे हर…
उन्मुक्त गगन उन्मुक्त शिक्षा – नवाब मंजूर
उन्मुक्त गगन उन्मुक्त शिक्षा प्रत्येक शनिवार को अब से हम बिन बस्ते के स्कूल आएंगे फिर भी ज्ञान भरपूर पाएंगे मस्ती मस्ती में ही बहुत कुछ सीख जाएंगे! गिनती पहाड़ा…
बैग लेश शनिवार -मीरा सिंह “मीरा”
आया आया आया बैग लेश शनिवार। खुश हैं सारे बच्चे पाकर खुशियां अपार।। खेल खेल में सीखें हम बच्चे नवाचार। सोनू मोनू रजिया हो जाओ सब तैयार।। खुशियां लाया हजार…
बस्ते से मुक्ति – पामिता कुमारी
चलो आज सांस आयी है , बस्ते के बोझ से आज मुक्ति पाई है। बस्ता मेरा भारी बहुत थक जाते थे हम कंधे मेरे दुख जाते थे थक जाता था…
बैगलेस शनिवार – संजय कुमार सिंह
डिमिक डिमिक डम डिम डिम डम डिमिक डिमिक डम डिम डिम डम । सुन लो मम्मी,सुन लो पापा चाचा – चाची तुम भी सुनो मौसा – मौसी, मामा – मामी…
मंहगाई – जयकृष्ण पासवान
बिन गोली तलवार बिना, कमर टूट रही है। भारत के कोने -कोने में, हहकार मच रही है ।। कौन है भाई ,कहां का भाई वह है महंगाई ,वह है महंगाई।…
बैगलेस – अशोक कुमार
टी ओ बी ने रखा प्रस्ताव, सरकार ने किया स्वीकार| शनिवार अब बैगलेस होगा, रचनात्मक कार्यों से लैस होगा|| नई-नई गतिविधियां होगी, नई ऊर्जा का होगा संचार| नई-नई कौशल सीखेंगे,…
हल्का हो गया बस्ता – एस.के.पूनम
रात्रि-पहर जल्दी से सो जाता था, बोझिल मन से प्रातः उठ जाता था, सहम जाता बस्ते का बोझ उठाने से, कंधों की वेदना से तड़प जाता था। जाग गया है…